Thursday, April 30, 2009

ए मेरे हमनशीं चल कहीं और चल hindi sms

ए मेरे हमनशीं चल कहीं और चल ।
इस चमन में अब अपना गुज़ारा नहीं ।
बात होती गुलों तक तो सहलेते हम ।
अब तो कांटो पे भी हक हमारा नहीं ।

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