दिल कहता है चल उनसे मिल उठते है कदम रुक जाते है ।
दिल हमको कभी समझाता है हम दिल को कभी समझाते है ।
दिल के हालात ना तुम समजे ना हम समझ पाते हैं ।
अपने आप को ख़ुद ही गहराई में लिए जाते हैं ।
अंजाम पता नही क्या होगा इस हालत का ।
लेकिन जब भी सोचते हैं ख़ुद उलझ जाते हैं ।
No comments:
Post a Comment